जय महादेव नमामीशमीशान निर्वाणरूपं । विभुं व्यापकं ब्रह्मवेदस्वरूपम् ॥ निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं । चिदाकाशमाकाशवासं भजेऽहम् ॥ हे मोक्षरूप, विभु, व्यापक ब्रह्म, वेदस्वरूप ईशानदिशा के ईश्वर और सबके स्वामी शिवजी, मैं आपको नमस्कार करता हूं।निज स्वरूप में स्थित, भेद रहित, इच्छा रहित, चेतन, आकाश रूप शिवजी मैं आपको नमस्कार करता हूं। शिवमयी सोमवार की सुबह का प्रणाम आपका दिन भगवान भोलेनाथ की कृपा से शुभ और मंगलमय रहें हर हर महादेव
राम राम जी सुप्रभात वंदन शनिदेव की अमी दृष्टी सदैव आप और आपके परिवार पर बनी रहें जय श्री राम जय हनुमान जी जय राम रमा रमनं समनं । भव ताप भयाकुल पाहि जनम ॥ अवधेस सुरेस रमेस बिभो । सरनागत मागत पाहि प्रभो ॥ राजा राम, राजा राम, सीता राम,सीता राम ॥ आपका दिन शुभ एवं मंगलमय हो
शुभ प्रभात वंदन आपका दिन शुभ एवं मंगलमय रहें शाकम्भरी नवरात्रि के नवमी की शुभकामनायें माता जी आपकी हर मनोकामना पूर्ण करें जय महालक्ष्मी माँ जय संतोषी माता ओम नमः शिवाय शाकम्भरी देवी माँ आदिशक्ति का एक सौम्य अवतार हैं। इन्हें चार भुजाओं और कही पर अष्टभुजाओं वाली के रुप में भी दर्शाया गया है। ये माँ ही वैष्णो देवी, चामुंडा, कांगड़ा वाली, ज्वाला, चिंतपूर्णी , कामाख्या, चंडी, बाला सुंदरी, मनसा, नैना और शताक्षी देवी कहलाती है। माँ शाकम्भरी ही रक्तदंतिका, छिन्नमस्तिका, भीमादेवी,भ्रामरी और श्री कनकदुर्गा है। माँ श्री शाकंभरी के देश मे अनेक सिद्धपीठ है। जिनमे शाकम्भरी माता राजस्थान,को सकरायपीठ कहते हैं जोकि राजस्थान मे है और सांभर पीठ भी राजस्थान मे है सहारनपुर पीठ उत्तर प्रदेश मे है। तीनों पीठों का सम्बन्ध शिवालिक पर्वतमाला पर विराजमान शाकम्भरी देवी से है इसकी गणना प्रसिद्ध 51 शक्तिपीठों मे होती है यहाँ सती का शीश गिरा था मुख्य प्रतिमा के दायीं और भीमा एवं भ्रामरी तथा बायीं और शताक्षी देवी की प्राचीन प्रतिमायें विराजमान है पास ही प्रथम पुज्य विघ्नहर्ता गणेश जी विराजमान है इनके प्रसाद में हलवा पूरी, सराल-शाक, फल, सब्जी, मिश्री मेवे और शाकाहारी भोजन का भोग लगता है प्रत्येक वर्ष आश्विन नवरात्र मे सहारनपुर के शिवालिक क्षेत्र मे शाकम्भरी देवी का विशाल मेला लगता है इसके अलावा चैत्र नवरात्र और होली पर माता के मेले लगते हैं। उत्तर भारत की नौ देवी यात्रा मे सबसे अंत मे माँ शाकम्भरी देवी का ही नौवां दर्शन होता है इनके दर्शन पूजन से अन्न, फल, धन, धान्य और अक्षय फल की प्राप्ति होती है । माँ शाकंभरी स्तुति मां ब्रह्माणी नमो नमः हे रुद्राणी नमो नमः सकराय वासिनी नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते मात शताक्षी नमो नमः दुर्गम विनाशी नमो नमः हे सुख-राशि नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते संकट हारिणि नमो नमः कष्ट निवारिणी नमो नमः मां भव तारिणी नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते हे जग जननी नमो नमः कामना पूर्णि नमो नमः सौम्य रूपणी नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते हे परमेश्वरी नमो नमः त्रिपुर सुंदरी नमो नमः हे विश्वेश्वरि नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते दुर्गा रूपेण नमो नमः लक्ष्मी रूपेण नमो नमः विद्या रूपेण नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते भुवन वंदिनी नमो नमः द्वारा निकन्दनी नमो नमः सिंह वाहिनी नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते शक्ति-स्वरूपा नमो नमः हे भव-भूपा नमो नमः अनन्त अनूपा नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते अति सुख दायिनी नमो नमः करुणा नयनी नमो नमः हे वर दायनी नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते मंगल करनी नमो नमः अमंगल हरणी नमो नमः अभया वरणी नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते सुर धाम निवासिनी नमो नमः हे अविलासिनी नमो नमः दैत्य विनाशिनी नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते शैल पुत्री नमो नमः ब्रह्म-चारिणी नमो नमः चन्द्रघंटा नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते मां कुष्मांडा नमो नमः स्कन्द माता नमो नमः हे कात्यायिनी नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते कालरात्रि नमो नमः हे महागौरी नमो नमः सिद्धिदात्री नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते हे करुणामयी नमो नमः हे ममतामयी नमो नमः भक्त-वत्सला नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते मां ब्रह्माणी नमो नमः हे रुद्राणी नमो नमः सकराय वासिनी नमो नमः शाकंभरी मां नमोस्तुते
जय श्री कृष्ण राधे राधे जी सुप्रभात वंदन जय श्री लक्ष्मी नारायण आपका दिन शुभ हो जय माता दी जीवन गणित उम्र में जितना जोड़ा ज़िन्दगी उतनी घट गई तजुर्बे से भाग दिया तो सीख कई गुणा बढ़ गई !! हौसलों को जोड़ा उड़ान गति बढ़ गई भाग्य हर भाग में फल बराबर कर गई!! धैर्य समानुपाती कर्मफल क्रोध व्युत्क्रमानुपाती बल आशीष द्विगुणित मनोबल मातपिता वर्ग हुए सुखपल
शुभ प्रभात वंदन श्री गणेशाय नमः हर हर महादेव जय श्री कृष्ण श्री गुरु गोविन्द सिंह जी की जन्म जयंती पर शत शत नमन और आपको हार्दिक शुभकामनाएँ सतनाम श्री वाहेगुरु जी दो पग चले नहीं थक गए, धूप देख रस्ते मे ठिठक गए, जिंदगी इम्तहान ही तो लेती है, काबिल को ही मुकाम देती है। जाना कहीं था,और कहीं पहुंच गए, मन में भ्रम जाल लिए चल दिए, सपनों से सौदा कर पाना क्या? डाली से टूट कर मुरझाना क्या? हिम्मत ही हमको, जीतना सिखाती है, राह कठिन आने पर, लड़ना सिखाती है, पीठ ना दिखाती पर मरना सिखाती है, खुद को भी सच्चा,आइना दिखाती है। जय श्री गणेशाय नमः
शुभ प्रभात आप सभी स्नेही भाई बहनो को शुभ दिन मंगलवार की मंगलमय शुभकामना सह राम राम जी आपका दिन शुभ और मंगलमय रहे जय जय श्री राम जय जय श्री वीर हनुमान जी हर हर हर महादेव
श्री गौरी पुत्र गणेश जय सियाराम जय बजरंग बली हनूमान जय श्री शनिदेव गणेश चतुर्थी की आप सभी भाई बहनों को हार्दिक शुभकामनाएँ
प्रात: काल स्मरणीय आप सभी स्नेही भाई बहनो को सादर प्रणाम या देवी सर्वभूतेषु माँ काली-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥ जय महाकाली माँ