माँ काली ने मुझसे पूछा–❤❤ “तुझे जीने के लिये क्या दूं, श्वांस या याद?” मैंने कहा:- “श्वांस-श्वांस में आपकी याद।।💚❤ जय माँ काली
💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕 ❤️❤️ तेरी निराली नजर मैंने रहमत भरी देखी.... तेरी कृपा से सूखे पेड़ की टहनी हरी देखी.... आपको देते तो नहीं देखा मेरी माँ मगर झोली सभी की भरी देखी ।। 👏👏👏👏👏👏 🌹🌹🌹🌹🌹 जय माँ काली
आ लौट के आजा हनुमान, तुम्हे श्री राम बुलाते हैं। जानकी के बसे तुममे प्राण, तुम्हे श्री राम बुलाते हैं॥ लंका जला के सब को हरा के तुम्ही खबर सिया की लाये। पर्वत उठा के संजीवन ला के तुमने लखन जी बचाए। हे बजरंगी बलवान, तुम्हे हम याद दिलाते हैं॥ पहले था रावण एक ही धरा पे, जिसको प्रभु ने संघारा। तुमने सवारे थे काज सारे, प्रभु को दिया था सहारा। जग में हे वीर सुजान भी तेरे गुण गाते हैं॥ है धरम संकट में धर्म फिर से, अब खेल कलयुग ने खेले। हैं लाखों रावण अब तो यहाँ पे, कब तक लड़े प्रभु अकेले। जरा देख लगा के ध्यान, तुम्हे श्री राम बुलाते हैं॥ है राम जी बिन तेरे अधूरे, अनजानी माँ के प्यारे। भक्तो के सपने करने को पूरे, आजा पवन के दुलारे। करने जग का कल्याण, तुम्हे श्री राम बुलाते हैं॥
Jai maa
मुसीबते भी उनके पास आने से परेशान हो जाती है जिनकी माँ से पहचान हो जाती है जय माँ