बोलता नहीं लेकिन जुबां मै भी रखता हूं,
दिल की बात मै दिल से कहता हूं।
दिल तक पहुंचे ऐसी बात मै रखता हूं,
लोग आजाद हैं अपने जज्बातों से,
देश को सजाते हैं जूठी बातों से,
देश वासी होकर ऐसे काम ना करो,
देश प्रेमी होकर गद्दारी ना करो,
नागरिक के नाते मै देश की बात रखता हूं,
मै चुप हूं जुबां मै भी रखता हूं।
कितने ही शहीद हो गए,
कितनों ने गोली खाई,
हम कहते हैं हमने अंहिंसा से आजादी पाई,
कितनो ने अपनों को खोया ,
कितनो ने अपना सब कुछ खोया,
जिसको दर्द हुआ है वो ही,
है देश के लिए रोया।
इन शहीदों के लिए मे भी रोता हूं,
चुप हूं जुबां मै भी रखता हूं।
देश के होकर देश का सम्मान करो,
ना इस देश का तुम अपमान करो,
अपनी मातृभूमि का कुछ तो ध्यान क़रो,
देश विरोधी नारे क्यों लगवाते हो,
क्यों विरोधी ताकतों से तुम मिल जाते हो,
क्या तुम्हें अपनी मां का जरा भी मान नहीं,
लगता है तुम उसकी सच्ची संतान नहीं,
ऐसी ताकतों को मै विरोध करता हूं,
चुप हूं जुबां मै भी रखता हूं।
जहां ये देश देशविरोधी ताकतों से लड़ रहा,
एक तू है जो आंदोलनों में ही पड़ा रहा,
अब तो उठ कुछ तो नेक काम कर,
जो लोग बलिदान हुए धरती पे ,
उनको तो बदनाम न कर,
ऐसे बलिदानियों की मै ,
दिल से सलाम करता हूं,
चुप हूं जुबां मै भी रखता हूं।
तिरंगे की क्या इज्जत तुम बचा पाओगे,
तुम तो अपनी मां की कोख को ही लजाओगे,
क्या एक दिन ही तिरंगे का होता है,
क्या ये तिरंगा इस दिन के लिए ही जीता है,
इसका तो हर दिन हर पल तुम सम्मान करो,
देश को तुम कुछ तो मान करो,
एक सच्चे नागरिक बनो देश की तरक्की में योगदान करो,
अपने देश का मै दिल से सम्मान करता हूं,
चुप हूं जुबां मै भी रखता हूं।
🙏🙏🙏🌹🌹🌹_शुभ दोपहर शुभ शुरुवात, आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई_🙏🙏🙏🌹🌹