त्र्यम्बकेश्वर ज्योर्तिलिंग मन्दिर महाराष्ट्र के नासिक जिले में हैं। निकटवर्ती ही ब्रह्मगिरि नामक पर्वत से गोदावरी नदी का उद्गम स्थान है। गौतम ऋषि तथा गोदावरी की प्रार्थना के अनुसार भगवान शिव ने इस स्थान पर वास करने की कृपा की और त्र्यम्बकेश्वर नाम से प्रसिद्ध हुए। मंदिर के अंदर तीन छोटे-छोटे लिंग हैं जिन्हें ब्रह्मा, विष्णु और शिव, इन तीनों देवों के प्रतीक के रूप में माना जाता है। ब्रह्मगिरि पर्वत के शिखर के ऊपर पहुँचने पर गोमुख से निकलती हुई माँ भगवती गोदावरी के दर्शन भी होते हैं।
त्र्यम्बकेश्वर ज्योर्तिलिंग मन्दिर महाराष्ट्र के नासिक जिले में हैं। निकटवर्ती ही ब्रह्मगिरि नामक पर्वत से गोदावरी नदी का उद्गम स्थान है। गौतम ऋषि तथा गोदावरी की प्रार्थना के अनुसार भगवान शिव ने इस स्थान पर वास करने की कृपा की और त्र्यम्बकेश्वर नाम से प्रसिद्ध हुए। मंदिर के अंदर तीन छोटे-छोटे लिंग हैं जिन्हें ब्रह्मा, विष्णु और शिव, इन तीनों देवों के प्रतीक के रूप में माना जाता है। ब्रह्मगिरि पर्वत के शिखर के ऊपर पहुँचने पर गोमुख से निकलती हुई माँ भगवती गोदावरी के दर्शन भी होते हैं।
यह मंदिर आधिकारिक तौर से मायमंदिर ऐप्प पर नहीं हैं, यदि आप इस मंदिर से सम्बंधित हैं और मंदिर की ऐप्प पर आधिकारिक उपस्थिति चाहते हैं तो हमसे
संपर्क करें।
मंदिर के लिए ऐप्प पर सुविधाएँ:
> मंदिर की तरफ़ से पोस्ट कर श्रद्धालुओं को मंदिर में होने वाले सभी कार्यक्रमों से अवगत कर सकते हैं।
एक अतिश्रेष्ठ व्यक्ति थे एक दिन उनके पास एक निर्धन आदमी आया और बोला की मुझे अपना खेत कुछ साल के लिये उधार दे दीजिये ,मैं उसमें खेती करूँगा और खेती करके कमाई करूँगा | वह अतिश्रेष्ठ व्यक्ति बहुत दयालु थे | उन्होंने उस निर्धन व्यक्ति को अपना खेत दे द...