स्वामी श्री श्री अड़गड़ानंद सक्तेशगढ़ जी महाराज की जय
Jitendra Swarnkar Dec 19, 2016 धन्यवाद
Pandit Pram Sarswt Dec 19, 2016 आदेश
सभी भाइयों और बहनों को राम राम जी 🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏 आप सभी लोगों शनि देव बजरंगबली महाराज की कृपा बनी रहे 🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
!! शुभ प्रभात वंदन.. ..जय श्री शनिदेव🚩 !! जय श्री सीताराम.. जय संकटमोचन बाला जी🚩 दशरथ कृत शनि स्तोत्र :- नम: कृष्णाय नीलाय शितिकण्ठनिभाय च। नम: कालाग्निरूपाय कृतान्ताय च वै नम: ।।१।। नमो निर्मांस देहाय दीर्घश्मश्रुजटाय च । नमो विशालनेत्राय शुष्कोदर भयाकृते।।२।। नम: पुष्कलगात्राय स्थूलरोम्णेऽथ वै नम:। नमो दीर्घायशुष्काय कालदष्ट्र नमोऽस्तुते।।३।। नमस्ते कोटराक्षाय दुर्निरीक्ष्याय वै नम: । नमो घोराय रौद्राय भीषणाय कपालिने।।४।। नमस्ते सर्वभक्षाय वलीमुखायनमोऽस्तुते। सूर्यपुत्र नमस्तेऽस्तु भास्करे भयदाय च ।।५।।अधोदृष्टे: नमस्तेऽस्तु संवर्तक नमोऽस्तुते । नमो मन्दगते तुभ्यं निरि�ाणाय नमोऽस्तुते ।।६।। तपसा दग्धदेहाय नित्यं योगरताय च । नमो नित्यं क्षुधार्ताय अतृप्ताय च वै नम: ।।७।। ज्ञानचक्षुर्नमस्तेऽस्तु कश्यपात्मज सूनवे । तुष्टो ददासि वै राज्यं रुष्टो हरसि तत्क्षणात् ।।८।। देवासुरमनुष्याश्च सिद्घविद्याधरोरगा:!! त्वया विलोकिता: सर्वे नाशंयान्ति समूलत:।।९।। प्रसाद कुरु मे देव वाराहोऽहमुपागत । एवं स्तुतस्तद सौरिग्र्रहराजो महाबल: ।।१०।।
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*(🌹⚘भगवद्गीता, अध्याय 02, श्लोक 70🌹⚘)* *🌸🏵आपूर्यमाणमचलप्रतिष्ठं- समुद्रमापः प्रविशन्ति यद्वत् ।* *तद्वत्कामा यं प्रविशन्ति सर्वे स शान्तिमाप्नोति न कामकामी ॥🌸🏵* *🍁🌺जैसे नाना नदियों के जल सब ओर से परिपूर्ण, अचल प्रतिष्ठा वाले समुद्र में उसको विचलित न करते हुए ही समा जाते हैं, वैसे ही सब भोग जिस स्थितप्रज्ञ पुरुष में किसी प्रकार का विकार उत्पन्न किए बिना ही समा जाते हैं, वही पुरुष परम शान्ति को प्राप्त होता है, भोगों को चाहने वाला नहीं॥70॥🍁🌺* *💮🌿🌻He attains peace into whom all desires enter as waters enter the ocean, which, filled from all sides, remains unmoved; but not the man who is full of desires💮🌿🌻* *🌹🌷🌸🏵🌺🍁🥀🌻⚘💐जय श्रीकृष्ण🙏🌴🌲🍀☘🌿🌳*
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Jitendra Swarnkar Dec 19, 2016
धन्यवाद
Pandit Pram Sarswt Dec 19, 2016
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