. "कर्मो का फल" एक बार की कथा है, देवऋषि नारद और ऋषि अन्गरा कहीं जा रहे थे। रास्ते में उनकी नजर एक मिठाई की दुकान पर पड़ी। दुकान के नजदीक ही झूठी पतलों का ढेर लगा हुआ था। उस झूठन को खाने के लिए जैसे ही एक कुत्ता आता है, बैसे ही उस दुकान का मालिक उसको जोर से डन्डा मारता है। डन्डे की मार खा कर कुत्ता चीखता हुआ वहाँ से चला जाता है। ये दृश्य देख कर, देवऋषि को हंसी आ गयी। ऋषि अन्गरा ने उन से हंसी का कारण पूछा, नारद बोले: हे ऋषिवर ! यह दुकान पहले एक कन्जूस व्यक्ति की थी। अपनी जिंदगी में उसने बहुत सारा पैसा इकट्ठा किया। और इस जन्म में वो कुत्ता बन कर पैदा हुआ और यह दुकान मालिक उसी का पुत्र है, देखें ! जिस के लिए उस ने बेशुमार धन इकट्ठा किया। आज उसी के हाथों से, उसे जूठा भोजन भी नहीं मिल सका। कर्मफल के इस खेल को देखकर मुझे हंसी आ गई। मनुष्य को अपने शुभ और अशुभ करमों का फल जरूर मिलता है। बेशक इस लिए उसे जन्मों-जन्मों की यात्रा क्यों न करनी पड़े। ----------:::×:::---------- "जय जय श्री राधे" ********************************************
कामेंट्स
Shivsanker Shukala Nov 18, 2019
Jay Shri Radhe Krishna Shubh Sandhya bahan Radhe Radhe
sushma Nov 18, 2019
जय श्री कृष्ण 🙏🙏👆👌👌
Gulshan Kumar Nov 18, 2019
jai Shri jagnathji 🙏 Hare Krishna 🙏 shubh Sandhya 🙏
sai shyam Nov 18, 2019
radhey radhey ji
santosh Nov 18, 2019
jai shree krishna
Anil Nonia Nov 18, 2019
Jai Shri Radhe Krishna Ji 🙏🙏🙏
Radha Bansal Nov 19, 2019
Jai shri karshna ji 🙏 🙏