#ज्ञानवर्षा
आधुनिक समय में अधिकांश युवा मंदिर जाने से बचते हैं। वो लोग मंदिर जाने को पुरानी सोच मानते हैं। किन्तु आपको नहीं पता कि मंदिर जाने से ना केवल आध्यामिक संतुष्टि मिलती हैं। बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होता हैं। आइए जाने मंदिर जाने के फायदों को बारे में।
मंदिर में जूते ले जाने की मनाही होती हैं। इसका एक कारण तो साफ-सफाई से जुड़ा होता हैं। दूसरा कारण मंदिर में सकारात्मक ऊर्जा पैरों के जरिए हमारे शरीर में प्रवेश करती हैं। साथ ही नंगे पैरे चलने से पैरों पर दबाव पड़ता हैं। जिससे की हार्ट बीट सामान्य रहती हैं।
मंदिर में भगवान के दर्शन करने पर माथे पर चंदन का तिलक लगाया जाता हैं। जो दिमाग को शांत कर देता हैं। साथ ही देर वहां पर शांत बैठने से एकाग्रता में भी वृद्धि होती हैं।
मंदिर के घंटे की ध्वनि भी हमारे शरीर को सुकुन देती हैं। मंदिर के घंटे की आवाज से शरीर का एनर्जी लेवल बढ़ जाता हैं।
मंदिर की शांति और शंख की आवाज मानसिक रूप से तनाव को दूर करने में सहायक होती हैं। जब हम मंदिर से बाहर आते है तो खुद को काफी रिलेक्स महसूस करते हैं।
मंदिर जाने पर दिमाग शांत रहता हैं। जिसकी वजह से बेकार की बातें मन में नहीं आती हैं। इस वजह से रात को अच्छी नींद आती हैं।
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