धर्म यात्रा
भद्रकाली शक्तिपीठों
भारत के तमिलनाडु प्रांत में तीन सागर हिन्द महासागर , अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी के संगम स्थल पर कन्याकुमारी मंदिर है ।
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तंत्र चूड़ामणि में निर्दिष्ट स्थान -- कण्यकाश्रम
अंग. -- पृष्ठभाग
शक्ति -- शर्वाणि
भैरव. -- निमिष
वर्तमान स्थान --कन्याकुमारी में कुमारी देवी के मंदिर में ही भद्रकाली मंदिर |
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कन्याकुमारी मंदिर के उत्तरी भाग के बीच में भद्रकाली का मंदिर है।भद्रकाली , कुमार देवी की सहेली है।वस्तुतः यह 51 शक्तिपीठों में, एक शक्तिपीठ है ।यहाँ सती के देह का पृष्ठभाग गिरा था ।यह मंदिर ही कण्यकाश्रम शक्तिपीठ है। यहाँ की शाक्ति *शर्वाणि या नारायणी* तथा भैरव निमिष या स्थाणु हैं। कन्याकुमारी एक अंतरीप तथा भारत की अंतिम दक्षिणी सीमा है , जिसके बारे में कहा जाता है कि यहाँ स्नानार्थी समस्त पापों से मुक्त हो जाता है।
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chetanya sharma Oct 1, 2017
Mera Bharat mhan