रीगंस के भैरुजी व काली माताजी मंदिर
chetanya sharma Sep 25, 2017 jai mata di
🔱🙏🚩जय श्री महाकालेश्वर🚩🙏🔱* *दि 26.02.2021 को ज्योतिर्लिङ्ग श्री महाकालेश्वर जी का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन
💕🌺राजाधिराज महाराज भूत भावन अवंतिका नाथ तीनों लोको के स्वामी भगवान महाकाल की आज संध्या आरती के दिव्य दर्शन स्वयं देखिये,25-02-2021🌺💕 🚩🚩🔱जय श्री महाकाल मित्रों 🔱🚩🚩 🌀दर्शन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर उज्जैन से🌀 💕आप का मित्र दीपक राव इन्दौर,25-02-2021💕
🏵️💕 #जय_श्री_महाँकाल 💕🏵️ 🎪⚜️🔱श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन 🔱⚜️🎪 #🔱🚩आज_भस्म_आरती_के_अद्भुत_दर्शन🔱🚩 🙏🌹स्वयंभू दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग राजाधिराज मृत्युलोकाधिपति भूतभावन अवंतिकानाथ बाबा महाकाल का आज पावन दिव्य #भस्म_आरती श्रंगार दर्शन गुरुवार 25 फरवरी 2021
💕🌺राजाधिराज महाराज भूत भावन अवंतिका नाथ तीनों लोको के स्वामी भगवान महाकाल की आज भस्म आरती के दिव्य दर्शन स्वयं देखिये,25-02-2021🌺💕 🚩🚩🔱जय श्री महाकाल मित्रों 🔱🚩🚩 🌀दर्शन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर उज्जैन से🌀 💕आप का मित्र दीपक राव इन्दौर,25-02-2021💕
🔱🙏जय श्री महाकालेश्वर🙏🔱* *दि 24.02.2021 को ज्योतिर्लिङ्ग श्री महाकालेश्वर जी का भस्म आरती श्रृंगार दर्शन
🏵️💕 #जय_श्री_महाँकाल 💕🏵️* *🎪⚜️🔱श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन 🔱⚜️🎪* *#🔱🚩आज_भस्म_आरती_के_अद्भुत_दर्शन🔱🚩 *🙏🌹स्वयंभू दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग राजाधिराज मृत्युलोकाधिपति भूतभावन अवंतिकानाथ बाबा महाकाल का आज पावन दिव्य #भस्म_आरती श्रंगार दर्शन मंगलवार 23 फरवरी 2021
💕🌺राजाधिराज महाराज भूत भावन अवंतिका नाथ तीनों लोको के स्वामी भगवान महाकाल की आज संध्या आरती के दिव्य दर्शन स्वयं देखिये,24-02-2021🌺💕 🚩🚩🔱जय श्री महाकाल मित्रों 🔱🚩🚩 🌀दर्शन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर उज्जैन से🌀 💕आप का मित्र दीपक राव इन्दौर,24-02-2021💕
💕🌺राजाधिराज महाराज भूत भावन अवंतिका नाथ तीनों लोको के स्वामी भगवान महाकाल की आज भस्म आरती के दिव्य दर्शन स्वयं देखिये,24-02-2021🌺💕 🚩🚩🔱जय श्री महाकाल मित्रों 🔱🚩🚩 🌀दर्शन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर उज्जैन से🌀 💕आप का मित्र दीपक राव इन्दौर,24-02-2021💕
💕🌺राजाधिराज महाराज भूत भावन अवंतिका नाथ तीनों लोको के स्वामी भगवान महाकाल की आज संध्या आरती के दिव्य दर्शन स्वयं देखिये,23-02-2021🌺💕 🚩🚩🔱जय श्री महाकाल मित्रों 🔱🚩🚩 🌀दर्शन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर उज्जैन से🌀 💕आप का मित्र दीपक राव इन्दौर,23-02-2021💕
मंदिर में क्यों बजाई जाती है घंटी, क्या है इसका महत्व घर या मंदिर में पूजा करते हुए आप घंटी जरूर बजाते होंगे. लेकिन क्या आपको पता है कि इससे फायदा क्या होता है? इसका वैज्ञानिक महत्व भी है जानने के लिए पढ़ें. कहते हैं, पूजा करते वक्त घंटी जरूर बजानी चाहिए. ऐसा मानना है कि इससे ईश्वर जागते हैं और आपकी प्रार्थना सुनते हैं. लेकिन हम आपको यहां बता रहे हैं कि घंटी बजाने का सिर्फ भगवान से ही कनेक्शन नहीं है, बल्कि इसका साइंटिफिक असर भी होता है. यही वजह है कि घंटी हमेशा मंदिर के प्रवेश स्थान पर लगाई जाती है. घंटी बजाने के पीछे का वैज्ञानिक कारण मंदिर घर का हो या किसी धार्मिक स्थल का वहां घंटी तो होती ही है इसके पीछे धार्मिक कारण तो हैं ही साथ में इसका हमारे जीवन पर साइंटिफिक असर भी होता है वैज्ञानिकों का कहना है कि जब घंटी बजाई जाती है तो वातावरण में कंपन पैदा होता है, जो वायुमंडल के कारण काफी दूर तक जाता है. इस कंपन का फायदा यह है कि इसके क्षेत्र में आने वाले सभी जीवाणु, विषाणु और सूक्ष्म जीव आदि नष्ट हो जाते हैं, जिससे आसपास का वातावरण शुद्ध हो जाता है. यही कारण है कि जिन जगहों पर घंटी बजने की आवाज नियमित आती रहती है, वहां का वातावरण हमेशा शुद्ध और पवित्र बना रहता है. इसी वजह से लोग अपने दरवाजों और खिड़कियों पर भी विंड चाइम्स लगवाते हैं, ताकि उसकी ध्वनि से नकारात्मक शक्तियां हटती रहें नकारात्मकता हटने से समृद्धि के द्वार खुलते हैं. ये फायदे भी हैं घंटी बजाने से देवताओं के समक्ष आपकी हाजिरी लग जाती है. मान्यता अनुसार घंटी बजाने से मंदिर में स्थापित देवी-देवताओं की मूर्तियों में चेतना जागृत होती है जिसके बाद उनकी पूजा और आराधना अधिक फलदायक और प्रभावशाली बन जाती है. घंटी की मनमोहक एवं कर्णप्रिय ध्वनि मन-मस्तिष्क को अध्यात्म भाव की ओर ले जाने का सामर्थ्य रखती है. मन घंटी की लय से जुड़कर शांति का अनुभव करता है. मंदिर में घंटी बजाने से मानव के कई जन्मों के पाप तक नष्ट हो जाते हैं. सुबह और शाम जब भी मंदिर में पूजा या आरती होती है तो एक लय और विशेष धुन के साथ घंटियां बजाई जाती हैं जिससे वहां मौजूद लोगों को शांति और दैवीय उपस्थिति की अनुभूति होती है. जब सृष्टि का प्रारंभ हुआ, तब जो नाद (आवाज) गूंजी थी वही आवाज घंटी बजाने पर भी आती है. घंटी उसी नाद का प्रतीक है. यही नाद 'ओंकार' के उच्चारण से भी जागृत होता है कहीं-कहीं यह भी लिखित है कि जब प्रलय आएगा उस समय भी ऐसा ही नाद गूंजेगा. मंदिर के बाहर लगी घंटी या घंटे को काल का प्रतीक भी माना गया है. 🚩🌺🙏🌹💐🌷
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chetanya sharma Sep 25, 2017
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