माटिया ग्राम स्थित शिव काली मंदिर में महादेव का सृंगार
Vinay Kr Singh Dec 15, 2017 हर हर महादेव
Vinay Kr Singh Dec 15, 2017 @babbu.dixit नमस्कार
Vinay Kr Singh Dec 16, 2017 नमस्कार बब्बू भाई
ओम् नमः शिवाय 🌹🌹🌹🌹🌹
🏵️💕 #जय_श्री_महाँकाल 💕🏵️ 🎪⚜️🔱श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन 🔱⚜️🎪 #शिवनवरात्री_के_द्बितीय_दिवस_पर_आज_भस्म_आरती_के_अद्भुत_दर्शन स्वयंभू दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग राजाधिराज मृत्युलोकाधिपति भूतभावन अवंतिकानाथ बाबा महाकाल का आज पावन दिव्य #भस्म_आरती श्रंगार दर्शन गुरुवार 04 मार्च 2021
💕🌺राजाधिराज महाराज भूत भावन अवंतिका नाथ तीनों लोको के स्वामी भगवान महाकाल की आज संध्या आरती के दिव्य दर्शन स्वयं देखिये,03-03-2021🌺💕 🚩🚩🔱जय श्री महाकाल मित्रों 🔱🚩🚩 🌀दर्शन श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर उज्जैन से🌀 💕आप का मित्र दीपक राव इन्दौर,03-03-2021💕
**महाशिवरात्रि एवं शिव नवरात्रि महोत्सव" 2021* ✍🏻"वर्ष में एक बार ही; श्री महाकालेश्वर भगवान् को हल्दी अर्पित की जाती हैं।" ✍🏻श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर में महाशिवरात्रि के पहले शिव नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है, इस दौरान पूरे 9 दिन तक महाकाल के दरबार में देवाधिदेव महादेव और माता पार्वती के विवाहोत्सव का उल्लास रहता है। श्री महाकाल महाराज के दरबार में भगवान महाकाल और माता पार्वती के विवाह उत्सव का उल्लास; शिव नवरात्रि के प्रथम दिवस से बिखरने लगता है। *शैव मतानुसार;-* महाशिवरात्रि के 9 दिन पूर्व अर्थात; फाल्गुन कृष्ण पक्ष पंचमी से फाल्गुन कृष्ण पक्ष चतुर्दशी महाशिवरात्रि तक शिव नवरात्रि या महाकाल नवरात्रि का 9 दिन का उत्सव बताया गया है। मान्यतानुसार; श्री महाकालेश्वर भगवान को हल्दी अर्पित नहीं की जाती। ऐसा इसलिए क्योंकि; हल्दी स्त्री सौंदर्य प्रसाधन में प्रयोग की जाती है और शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग पुरुषत्व का प्रतीक है। एक अन्य कारण यह भी है कि; हल्दी गर्म होती है और महादेव को शीतल पदार्थ अर्पित किये जाते हैं। किन्तु इन 9 दिनों मे बाबा महाकाल को नित्य हल्दी, केशर, चन्दन का उबटन, सुगंधित इत्र, ओषधी, फलो के रस आदि से स्नान करवाया जाता है। जिस प्रकार विवाह के दौरान दूल्हे को हल्दी लगाई जाती है। उसी प्रकार भगवान श्री महाकालेश्वर को भी हल्दी लगाई जाती है। 9 दिनों तक सांयकाल को केसर व हल्दी से भगवान महाकालेश्वर जी का अनूठा श्रृंगार किया जाएगा। पुजारी पं. नरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि भगवान को हल्दी लगाकर, दूल्हा बनाएंगे। भक्तों को 9 दिन तक भगवान महाकाल अलग-अलग रूपों में दर्शन देंगे। शिव नवरात्रि के 9 दिन दूल्हा स्वरूप में होने वाले राजाधिराज बाबा महाकाल के श्रृंगार के दर्शन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। *महाशिवरात्रि के दिन भगवान महाकाल का सेहरा सजाया जाता है वर्ष 2021 में यह पर्व 3 मार्च से प्रारंभ होकर 11 मार्च 2021 तक रहेगा।*
🏵️💕 #जय_श्री_महाँकाल 💕🏵️* *🎪⚜️🔱श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन 🔱⚜️🎪* *#शिवनवरात्री_के_प्रथम_दिवस_पर_आज_भस्म_आरती_के_अद्भुत_दर्शन स्वयंभू दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग राजाधिराज मृत्युलोकाधिपति भूतभावन अवंतिकानाथ बाबा महाकाल का आज पावन दिव्य #भस्म_आरती श्रंगार दर्शन बुधवार 03 मार्च 2021
🕉️🎇🕉️🎇🕉️🎇🕉️🎇🕉️🎇🕉️🎇🎇🕉️🎇 शुभ रात्रि वंदन जी 🕉️🎇🕉️ 🕉️🎇🕉️🎇🕉️🎇🕉️🎇🕉️🎇🕉️🎇
🚩🔱🚩#जय_श्री_महाकाल 🚩🔱🚩 🎪 श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन 🎪 #शिवनवरात्रि_प्रथम_दिवस राजाधिराज अवंतिकानाथ बाबा महाकाल भगवान् जी का आज शिवनवरात्री के प्रथम दिवस पर संध्याकालीन श्रृंगार दर्शन एवं श्री महाकाल भगवान जी को ''सोला एवं दुपट्टा'' तथा जलाधारी को ''मेखला'' धारण करवाया गया बुधवार 03 मार्च 2021
जय ओंकार जी🚩 द्वादश ज्योतिर्लिंगों में चतुर्थ श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग में श्री ओंकार पार्वती के रात्रिकालीन शयन श्रृंगार दर्शन. फाल्गुन कृष्ण चतुर्थी बुधवार स.2077 दिनांक-03/03/21
श्री सोमनाथ महादेव मंदिर, प्रथम ज्योतिर्लिंग - गुजरात (सौराष्ट्र) दिनांकः 03 मार्च 2021, माघ कृष्ण पंचमी - बुधवार सायं शृंगार
*""!!.शिवमेवम् सकलम् जगत , शिव संकल्प सूक्त हिंदी भावार्थ सहित.!!""* 🌾🍁🏯👏👏🛕👏👏🏯🍁🌾 🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩 शिव संकल्पसूक्त हमारे मन में शुभ व पवित्र विचारों की स्थापना हेतु आवाहन करता है। मन हमारी इंद्रियों का स्वामी है।एक तरफ हमारीं इन्द्रियाँ जहाँ भौतिक विषयवस्तु की तथ्यसूचना प्राप्त करने का कार्य करती हैं, वहीं हमारा मन इन इंद्रियों में ज्ञानरुपी प्रकाश बनकर इन तथ्यों का विश्लेषण कर व उनको निर्देश प्रदान कर हमारे विचारों के रुप में हमें यथोचित कर्म करने हेतु उत्प्रेरित करता है । इस प्रकार हमारा मन जितना शुभसंकल्प युक्त है, हमारा जीवन व इसका अभीष्ट कर्म उतना ही शुभ, सुंदर, पवित्र व कल्याणमय होता है। पाठकों की सुविधा हेतु मैंने रुद्राष्टाध्यायी शिवसंकल्प सूक्त के इन छः अद्भुत संस्कृत श्लोकों व इनके हिंदी में अर्थ यहाँ प्रस्तुत किया है- 🕉️ ||| शिवसंकल्प सूक्त ||| 🕉️ यज्जाग्रतो दूरमुदैति दैवं तदु सुप्तस्य तथैवैति । दूरंगमं ज्योतिषां ज्योतिरेकं तन्मे मनः शिवसङ्कल्पमस्तु ॥१॥ वह दिव्य ज्योतिमय शक्ति (मन) जो हमारे जागने की अवस्था में बहुत दूर तक चला जाता है, और हमारी निद्रावस्था में हमारे पास आकर आत्मा में विलीन हो जाता है,वह प्रकाशमान श्रोत जो हमारी इंद्रियों को प्रकाशित करता है, मेरा वह मन शुभसंकल्प युक्त ( सुंदर व पवित्र विचारों से युक्त) हो। येन कर्माण्यपसो मनीषिणो यज्ञे कृण्वन्ति विदथेषु धीराः । यदपूर्वं यक्षमन्तः प्रजानां तन्मे मनः शिवसङ्कल्पमस्तु ॥२॥ जिस मन की सहायता से ज्ञानीजन(ऋषिमुनि इत्यादि)कर्मयोग की साधना में लीन यज्ञ,जप,तप करते हैं,वह(मन) जो सभी जनों के शरीर में विलक्षण रुप से स्थित है, मेरा वह मन शुभसंकल्प युक्त ( सुंदर व पवित्र विचारों से युक्त) हो। यत् प्रज्ञानमुत चेतो धृतिश्च यज्ज्योतिरन्तरमृतं प्रजासु । यस्मान्न ऋते किञ्चन कर्म क्रियते तन्मे मनः शिवसङ्कल्पमस्तु ॥३॥ जो मन ज्ञान, चित्त , व धैर्य स्वरूप , अविनाशी आत्मा से सुक्त इन समस्त प्राणियों के भीतर ज्योति सवरुप विद्यमान है, वह मेरा मन शुभसंकल्प युक्त ( सुंदर व पवित्र विचारों से युक्त) हो। येनेदं भूतं भुवनं भविष्यत्परिगृहीतममृतेन सर्वम् । येन यज्ञस्तायते सप्तहोता तन्मे मनः शिवसङ्कल्पमस्तु ॥४॥ जिस शाश्वत मन द्वारा भूत,भविष्य व वर्तमान काल की सारी वस्तुयें सब ओर से ज्ञात होती हैं,और जिस मन के द्वारा सप्तहोत्रिय यज्ञ(सात ब्राह्मणों द्वारा किया जाने वाला यज्ञ) किया जाता है, मेरा वह मन शुभसंकल्प युक्त ( सुंदर व पवित्र विचारों से युक्त) हो। यस्मिन्नृचः साम यजूंषि यस्मिन् प्रतिष्ठिता रथनाभाविवाराः । यस्मिंश्चित्तं सर्वमोतं प्रजानां तन्मे मनः शिवसङ्कल्पमस्तु ॥५॥ जिस मन में ऋग्वेद की ऋचाये व सामवेद व यजुर्वेद के मंत्र उसी प्रकार स्थापित हैं, जैसे रथ के पहिये की धुरी से तीलियाँ जुड़ी होती हैं, जिसमें सभी प्राणियों का ज्ञान कपड़े के तंतुओं की तरह बुना होता है, मेरा वह मन शुभसंकल्प युक्त ( सुंदर व पवित्र विचारों से युक्त) हो। सुषारथिरश्वानिव यन्मनुष्यान् नेनीयतेऽभीशुभिर्वाजिन इव । हृत्प्रतिष्ठं यदजिरं जविष्ठं तन्मे मनः शिवसङ्कल्पमस्तु ॥६॥ जो मन हर मनुष्य को इंद्रियों का लगाम द्वारा उसी प्रकार घुमाता है, तिस प्रकार एक कुशल सारथी लगाम द्वारा रथ के वेगवान अश्वों को नियंत्रित करता व उन्हें दौड़ाता है, आयुरहित(अजर)तथा अति वेगवान व प्रणियों के हृदय में स्थित मेरा वह मन शुभसंकल्प युक्त ( सुंदर व पवित्र विचारों से युक्त) हो। तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु। 🚩✊जय हिंदुत्व✊🚩 ☀!! श्री हरि: शरणम् !! ☀ 🍃🎋🍃🎋🕉️🎋🍃🎋🍃 🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
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Vinay Kr Singh Dec 15, 2017
हर हर महादेव
Vinay Kr Singh Dec 15, 2017
@babbu.dixit नमस्कार
Vinay Kr Singh Dec 16, 2017
नमस्कार बब्बू भाई